वैदिक कृषि ४ – कृषि में बुवाई की जानकारी (कब, कैसे, क्यों)
जीवंती स्वधया अन्नेन मर्त्यः मनुष्य के जीवन को सुखमय बनाने हेतु अन्न की मृत्यु होती है| वेदों में, विभिन्न प्रकार
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Read moreकिसानों के लिए अच्छी फसल के लिए सिंचाई एक बहुत ही महत्वपूर्ण पहलू है। किसान मानसून पर बहुत निर्भर थे।
Read moreवैदिक काल के समय के लगभग 3000 ई.पू. कई वैदिक ग्रंथ हैं जिनमें जैविक खेती की सामग्री है। ऋषि प्रकृति
Read more“अक्षय दिव्य कृश्मित क्रशस्वाहा”
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